रात अटल है,
दिन अटल है,
ये सूरज - ये चांद
अटल है।।
पशु अटल है,पंछी अटल है,
हरियाला ये जंगल
अटल है।।
पर्वत अटल है,मैदान अटल है,
ये धरती, ये आकाश
अटल है।।
पानी अटल है,आग अटल है,
नदिया की बहती
ये धारा
अटल है।।
आप अटल है,मैं अटल हूं,
मन के भीतर
कुछ बातें
अटल है।।
हर वो क्षण-क्षण अटल है,
जिसमे उनकी यादें
अटल है।
उस धरती का कण-कण
अटल है,
जिस धरती पर जन्में
अटल है।
वादे अटल है,इरादे अटल है,
जिनके उसूल और कायदे
अटल है।
अमर अटल है,
महान अटल है,
सदा जीवित वो इंसान
अटल है।।
अनोखी सी वो
पहचान
अटल है,
मीठी सी वो
मुस्कान
अटल है।।
भारत की वो पहचान अटल है,
भारत की वो
शान
अटल है।।
अटल थे। अटल है। अटल रहेगें।।🙏🙏🙏
~यशवर्धन~
~यशवर्धन~
बहुत ही उम्दा | श्रद्धेय को नमन |
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