शुक्रवार, 17 जनवरी 2020
सोमवार, 13 जनवरी 2020
अब बदल दो दिशाओं को।।
दिखा दो सारी दुनिया को
की तुम क्या कर सकते हो
अकेले ही सही पर
संसार बदल सकते हो
जो होना था वो हो
गया
जो खोना था वो खो
गया
पर अभी भी तुम सब कुछ पा
सकते हो
खोई मजिलों को वापस
ला सकते हो।।
बस जरूरत है सही
राह पे चलने की
खुद को एक नई दिशा
देने की
भले ही वापस से शुरुआत करो
परंतु अब बदल दो दिशाओं कों
छू लो बहती इन तेज़ हवाओं को
अब बदल दो दिशाओं को
अब बदल दो दिशाओं को।।
बुधवार, 1 जनवरी 2020
कदम बढ़ाओ अब इतना भी क्या! घबराना...
थके थके बिना रुके
चल रहे राहों पे हम।।१।।
मुश्किलें नहीं है कम
फिर भी बढ़ रहे है,ये कदम।।२।।
न पीछे रह जाने का डर
न ही आगे होने का घमंड।।३।।
बस एक राह पकड़
उस पर चल दिये है हम।।४।।
नदियों सा ये सफर
समंदर की ना कोई खबर।।५।।
अनजाने रास्तों पर ही सही
पर आगे तुम बढ़ सकते हो।।६।।
मुश्किलें हो कितनी भी
पर तुम लड़ सकते हो।।७।।
अगर कुछ नहीं आता
तो बनो अपने भाग्य का निर्माता।।८।।
कठिनाइयों से तुम लड़ो
भाग्य को तुम खुद लिखो।।९।।
एक दिन तो समंदर से है मिल ही जाना
कदम बढ़ाओ अब इतना क्यों! घबराना।।१०।।
नववर्ष पर छेड़ दो अब नया तराना
कदम बढ़ाओ अब इतना भी क्या! घबराना।।११।।